महाराष्ट्र बैंक सेवानिवृत्त संगठन का सामाजिक दृष्टिकोण
बैंक में काम करने वाले कर्मचारी को सार्वजनिक संपत्ति का संरक्षक माना जाता हैं। यही कर्मचारी सेवानिवृत्ती के बाद अपनी कार्यशक्ति का विनियोग समाज के दुर्बल घटकों के हितों के लिये करता है। इतना ही नहीं उनके लिये कल्याणकारी योजनायें बनाने के लिये सदैव प्रयत्नशील रहता है। इसी तरह के एक आदर्श समाजसेवी संगठन ‘बैंक ऑफ महाराष्ट्र सेवानिवृत्त कर्मचारी संगठन’ के कुशल कार्य का वृत्तांत-