सूर्य नमस्कार करने की सही विधि और लाभ

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ऐसा कहा जाता है कि अगर आप हर दिन सूर्य नमस्कार करते हैं तो आप को किसी और योग या एक्सरसाइज की जरूरत नहीं होगी। सूर्य नमस्कार को सभी योग का एक मिश्रण माना जाता है। इसके सभी 12 प्रकार एक ही तरह के होते हैं लेकिन उनके करने से…

योग का कोई धर्म नहीं, फिर सूर्य नमस्कार का विरोध कैसा?

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  सनातन धर्म में सूर्य को भगवान की उपमा दी गयी है और उनकी पूजा भी की जाती है लेकिन ऐसा सिर्फ सनातन धर्म में ही नहीं होता बल्कि और भी धर्मों में सूर्य की पूजा की जाती है। सूर्य पूरी दुनिया को धूप देता है लेकिन वह किसी एक धर्म…

ओमिक्रॉन: फिर लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा देश

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महाराष्ट्र और दिल्ली इस बार भी कोरोना संक्रमण का मुख्य केंद्र बना हुआ है, और हर मिनट के हिसाब से संक्रमण बढ़ता जा रहा है। राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद कोरोना के संक्रमण नहीं बच सके और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी जबकि राज्य में 24 घंटे में…

कोरोना वायरस का चिंताजनक वैरिएंट ओमीक्रॉन

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इस ओमीक्रॉन वैरिऐंट में बड़ी संख्या में म्युटेशंस हैं जो किसी संक्रमण अथवा टीकाकरण के उपरांत विकसित उदासीनकारी यानी न्यूट्रलाइज़िंग एंटीबॉडीज़ और चिकित्सीय मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज़ का विरोध कर सकते हैं। इसके स्पाइक प्रोटीन के विभेदन स्थल के आस- पास भी म्यूटेशन के समूह देखे जाते हैं। यह स्पाइक प्रोटीन वायरस को कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करता है। कोरोना वायरस जितनी आसानी से कोशिकाओं में प्रवेश करते हैं उतनी ही तेजी से उनका उत्पादन भी होता है और उनकी संचारक क्षमता भी बढ़ जाती है।

तीसरी लहर अवश्यंभावी है तो अभी से सचेत हो जाएं

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लगभग एक माह पूर्व दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रान ने अब तक  दुनिया के साठ से अधिक देशों को अपनी चपेट में ले लिया है । भारत में भी 16 से अधिक राज्यों में ओमिक्रान पांव पसार चुका है और  वहां ओमिक्रान  संक्रमण के तीन…

ओमीक्रॉन वैरिऐंट के विरुद्ध फ़िलहाल विशेष वैक्सीन जरूरी नहीं

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विश्व में निरंतर बढ़ते कोरोनावायरस के नए ओमीक्रॉन वैरिऐंट के मामलों ने एक चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है। आज दुनिया के 89 से अधिक देशों में ओमीक्रॉन वैरिऐंट का प्रसार हो चुका है। और भारत में भी ओमीक्रॉन  वैरिऐंट के संक्रमण के 136 मामले प्रकाश में आ चुके हैं।…

बहुरूपिया वायरस से डरने की जगह सामना करें

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भारत एवं पूरे विश्व में फिर कोरोना के नए रूप ओमीक्रोन ने आतंक पैदा कर दिया है। हालांकि कहीं इसका व्यापक मारक प्रसार नहीं दिखा है, किंतु कोरोना की पिछली कहर की भयावह स्मृतियां हर किसी के अंदर भय पैदा कर देगी। सबके मन में यही डरावना प्रश्न है कि…

ओमीक्रोन की वजह से आ सकती है तीसरी लहर!

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कोरोना के नये प्रकार ओमीक्रोन (Omicron) की वजह से दुनिया एक बार फिर से खतरे में है और सभी को इस बात का डर होने लगा है कि तीसरी लहर फिर से आ सकती है। पहली दो लहर का असर जिस तरह पूरे देश और दुनिया पर पड़ा था वह…

वैक्सीनेटेड लोगों में भी फैल रहा ओमीक्रोन संक्रमण

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कोरोना के नये प्रकार ओमीक्रोन (Omicron) की वजह से दुनिया एक बार फिर से खतरे में है और सभी को इस बात का डर होने लगा है कि तीसरी लहर फिर से आ सकती है। पहली दो लहर का असर जिस तरह पूरे देश और दुनिया पर पड़ा था वह…

भारत ने रचा ‘वैक्सीन इतिहास’

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भारत के कई इलाकों विशेषतः गांवों में अभी भी अधिकांश लोग टीका लगवाने के लिए सहयोग नहीं कर रहे हैं। आज ऐसे लोगों के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने की जरूरत है। इसके अंतर्गत ऐसे लोगों को बताने की जरूरत है कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है इससे मृत्यु नहीं बल्कि होने वाली मौत से बचा जा सकता है और केवल कुछ ही लोगों में एक-दो दिन हल्के-फुल्के बुखार के अलावा कोई अन्य समस्या नहीं होगी।

ब्रह्म मुहूर्त का महत्त्व

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सूर्योदय से चार घड़ी पूर्व यानी करीब डेढ़ घंटे पहले का समय ब्रह्म मुहूर्त होता है और हिन्दू धर्म में नींद त्यागने के लिए यह समय सबसे उपयुक्त समय बताया गया है। ब्रह्म मुहूर्त यानी सुबह करीब 4 से 5.30 तक का समय जब सभी को नींद त्यागनी चाहिए और…

कोरोना के दंश व सबक

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इस आपदा ने कि हमें परिवार के प्यार व साथ का महत्व बताया है और सिखाया है कि कम सुविधा साधनों में भी हम सुख व शांति से जीवन व्यतीत कर सकते हैं। रिश्तों को प्यार व अपनेपन से कैसे सहेजा जाता है, यह सबक भी इस संकट से हम काफी हद तक सीख चुके हैं।

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