स्वामी विवेकानन्द की राष्ट्रीय प्रेरणा
सन 1863 के प्रारम्भ में, 14 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ। उस समय देश की परिस्थिति कैसी थी? ...
सन 1863 के प्रारम्भ में, 14 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ। उस समय देश की परिस्थिति कैसी थी? ...
स्वामी विवेकानंद ज्यादा बड़े संन्यासी थे या उससे बड़े संचारक (कम्युनिकेटर) या फिर उससे बड़े प्रबन्धक? ये सवाल हैरत में ...
भारत भूमि के लिए विशिष्ट सम्बोधन है, देवभूमि। लोक से देवत्व तक की यात्रा इसी भूमि की थाती है। देवता ...
प्राचीन काल से ही भारत के राजवंशों को सूर्यवंश चन्द्रवंश, इन दो श्रेणियों में रखा गया। इनमें सूर्यवंश का महत्व ...
वीरों और पराक्रमियों की भूमि है राजस्थान और इसकी कोख से महान ललनाओं ने भी जन्म लिया है। इतिहास के ...
राजस्थान में शौर्य और पराक्रम की परम्परा प्राचीन काल से है। स्वतंत्रता के बाद भी जो चार युद्ध हुए उनमें ...
नवरात्र का पर्व वर्ष में दो बार आता है। आश्विन शुक्ल 1 से प्रारम्भ होने वाले शारदीय नवरात्र की समाप्ति ...
सन 1942 में जब प्रसिद्ध क्रान्तिकारी विनायक दामोदर सावरकर बंगलूरू आये तो वे एक सिल्क फैक्टरी के पास एक बंगले ...
भारतवर्ष धर्म प्रधान देश है। यहां प्रत्येक पर्व को श्रद्धा, आस्था और उमंग के साथ मनाया जाता है। पर्व एवं ...
कुम्भ हमारे देश का एक अति प्रसिद्ध पर्व है। बारह वर्षों के भीतर यह भारतवर्ष के चार परम् पवित्र स्थानों ...
बिहार का नाम आते ही हमारे मन में हिंसा, संस्थानिकीकरण, अपहरण, गुंडई, रंगदारी, पिछड़ापन, बेरोजगारी, उद्योग रहित और एक जातिग्रस्त ...
दीपावली के अवसर पर हर घर के सामने प्रज्ज्वलित होते दीप अपने प्रकाश के माध्यम से यही संदेश प्रसारित करते ...
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