जहां सुमति तहं सम्पति नाना…
मंजुला और श्याम ने अलमारी खोली। उसमें चांदी के सिक्के, चांदी का लोटा, चांदी की प्लेट, कुछ गिन्नियां रखी थीं। कुछ कपड़े आदि भी रखे थे। श्याम ने कहा, बस यह चांदी-सोने का सामान मुझे दे दो। बाकी जो कुछ है, वह तुम ले लो। मोहन ने कहा, ठीक है भैया आपको जो अच्छा लग रहा है, वह आप ले लीजिये।