बना रहे लोकतंत्र
संविधान में एक निश्चित संसदीय बहुमत से संशोधन का भी अधिकार दिया, जिससे परिवर्तित परिदृश्य में जनता को अधिकतम अधिकार दिए जा सकें। इसीलिए भारतीय संविधान लचीला होने के तत्पश्चात भी लोकतंत्र व संप्रभुता के लिए प्रासंगिक बना हुआ है।
संविधान में एक निश्चित संसदीय बहुमत से संशोधन का भी अधिकार दिया, जिससे परिवर्तित परिदृश्य में जनता को अधिकतम अधिकार दिए जा सकें। इसीलिए भारतीय संविधान लचीला होने के तत्पश्चात भी लोकतंत्र व संप्रभुता के लिए प्रासंगिक बना हुआ है।
वेब सीरीज़ ‘पाताल लोक’ में पालतू कुतिया का नाम ‘सावित्री’ रख दिया गया। अब अगर ये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है तो ये एकतरफ़ा क्यों हैं? आज से 40 वर्ष बाद विश्व में मुस्लिम समुदाय का चित्रण करने की हिम्मत किसी में हैं?
कोरोना संकटकाल में जिनकी भी नौकरी हाथ से चली गई है उनमें से अधिकतर लोगों ने हार नहीं मानी और स्वयं रोजगार की शुरुआत कर ‘स्किल इंडिया’, स्टार्टअप, मेक इन इंडिया आदि योजनाओं के माध्यम से अभूतपूर्व कार्य किए हैं। जो हमारे समाज के लिए आदर्श हैं।
दुनिया का कोई भी देश इस संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। अत:, इस वैश्विक खतरे से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर संयुक्त रूप से कार्रवाई की आवश्यकता होती है। प्रत्येक देश को अपने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए अपनी नीतियों में वैश्विक सहयोग, एकजुटता और देशों के बीच समन्वय स्थापित करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि मानव को इस महामारी से हर सम्भव कम से कम नुकसान हो।
जिस भारत को विश्व सोने की चिड़िया के रूप में पहचानता है, उसकी समृद्धि और ऐश्वर्य का आधार हिन्दू आध्यामिकता में निहित है।
अमीर देश कोरोना की दवा या वैक्सीन पर अपने इंटिलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स नहीं छोड़ना चाहते। इससे उन्हें कोई मतलब नहीं कि मानवता को रोज कोरोना थोड़ा-थोड़ा कर लील रहा है। उन्हें अपने मुनाफे से मतलब है। न्यूज एजेंसी राइटर्स के मुताबिक एक सीक्रेट मीटिंग में अमीर देशों खासकर यूरोपीय यूनियन और अमेरिका ने इंटिलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स छोड़ने के प्रस्ताव का विरोध किया।
भारत में यह टीका सीरम इन्स्टीट्यूट द्वारा तैयार किया जा रहा है। तीसरे प्रकार के टीके से तात्पर्य है- सीधे-सीधे स्पाइक प्रोटीन तैयार करना और शरीर में उसका टीकाकरण करना। इस प्रकार का टीकाकरण बहुत आसान लगता है परंतु कोविड के निर्मूलन के लिए अब तक ऐसा टीका बना नहीं है। अपेक्षा की जाती है कि आने वाले 3 से 6 महीनों में वह टीका बन जाएगा।
2016 में, भारत मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम ( एम टी सी आर ) का सदस्य बन गया था। भारत और रूस अब संयुक्त रूप से 800 किलोमीटर से ज़्यादा की रेंज के साथ ब्रह्मोस मिसाइलों की एक नई पीढ़ी विकसित करने की योजना बना रहे हैं। इसमे पिनपॉइंट अचूक वार करने की सटीकता के साथ संलग्नित लक्ष्यों को हिट करने की क्षमता होगी। 2019 में, भारत ने मिसाइल को 650 किमी की नई रेंज के साथ उन्नत किया। अंततः सभी मिसाइलों को 1500 किमी की रेंज में अपग्रेड करने की योजना बनाई गयी है।
राष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा सहदेव का उनके मुस्लिम पति द्वारा धर्म परिवर्तन हेतु किए गए उत्पीड़न से लव जिहाद की विभीषिका को पूरे देश ने महसूस किया।
मकर संक्रांति का महत्व मकर संक्राति हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान और दान किया जाता है। इस त्यौहार का नाम मकर संक्रांति कैसे पड़ा है? दरअसल सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है और जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश…
मानवाधिकार केवल अल्पसंख्यकों की बपौती नहीं है और न होनी चाहिए परंतु अपने स्वार्थ और कुछ विशिष्ट ऐजेंडों को आगे बढ़ाने के लिए मानवाधिकार का दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है। आज मानवाधिकार को केवल ‘थेअक्रेटिक’ दृष्टिकोण से देखा जा रहा है, यह अधिक दुर्भाग्यपूर्ण है।
इसकी प्रतिध्वनि आपको आगामी पश्चिम बंगाल चुनाव तथा आगे तमिलनाडु, केरल तक सुनाई पड़ेगी। पश्चिम बंगाल में भाजपा के लिए ममता बैनर्जी बहुत बड़ी अवरोधक हैं पर इसने प्रदेश को अपना एक किला बना देने के लिए पूरी शक्ति लगा दी है।