निक्षेप बीमा क्यों सिर्फ सहकारी बैंकों की आवश्यकता है?

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पलाई सेन्ट्रल बैंक लि. तथा लक्ष्मी बैंक लि. के विफल होने से जमा राशियों पर बीमा देने के सम्बन्ध में गम्भीर विचार हुआ और उसके उपरान्त 21 अगस्त 1961 को संसद में ‘निपेक्ष बीमा निगम’ (डी.आई.सी.) बिल लाया गया। संसद में बिल के मंजूर होने के बाद 7 दिसम्बर 1961…

दिव्य प्रेम सेवा मिशन

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एक ऐसे समय में जब उदात्त मानवीय मूल्य धीरे‡धीरे अप्रासंगिक होने के खतरे में हों और नये समय की नयी मूल्य संरचना में करुणा, सेवा व मानव धर्म के सन्दर्भ निरन्तर क्षुद्र अथवा आवांछित होते जा रहे हों, तब आशीष गौतम जैसी कोई शख्सियत सेवा, समर्पण व मनुष्यता के प्रति एक गहरा भरोसा पैदा कर जाती है।

संन्यासी का संचार शास्त्र

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स्वामी विवेकानंद ज्यादा बड़े संन्यासी थे या उससे बड़े संचारक (कम्युनिकेटर) या फिर उससे बड़े प्रबन्धक? ये सवाल हैरत में जरूर डालेगा पर उत्तर हैरत में डालने वाला नहीं है; क्योंकि वे एक नहीं, तीनों ही क्षेत्रों में शिखर पर हैं।

मॉरीशस में पांच दिन

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मॉरीशस को लघु भारत कहा जाता है, किन्तु यदि आप मॉरीशस का प्रवास करके वहां के लोगों के जीवन को निकट से देखें तो ऐसा लगेगा कि वह लघु भारत नहीं, बल्कि वह भारत की विशालता और विराट वैभव को लेकर के जी रहा है और हिन्दू सभ्यता तथा संस्कार का पोषण कर रहा है।

बदला लेना ही होगा

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सरबजीत सिंह की 2 मई 2013 को लाहौर के जिन्ना अस्पताल में मृत्यु हो गयी। 26 अप्रैल 2013 को कोट लखपत कारावास में 6 मुस्लिम कैदियों ने उन पर प्राण घातक हमला किया।

निर्भय जीवन

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मनुष्य को सबसे अधिक भय होता है अपनी मृत्यु का। श्रीकान्त धारप ने तो मृत्यु पर भी विजय पायी थी। वे कैन्सर जैसी असाध्य बीमारी से ग्रस्त हुए। उन्हें जब इसका पता चला, तब उन्होंने अटल रूप में होने वाले उस पूर्ण विराम का बड़ी ही शान्ति से स्वागत किया।

आमंत्रित पराजय

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कर्नाटक में भाजपा की हार हुई और नौ वर्षों के बाद कांग्रेस पुन: सत्ता में आयी है। यह सब जानते थे कि कर्नाटक में भाजपा की हार होगी। अत: यह नहीं कहा जा सकता कि भाजपा की हार अनपेक्षित है।

भारत का ह्रदय

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मध्यप्रदेश को भारत का हृदय कहा जाता है। पर्यटन की दृष्टि से लोगों को आकर्षित करनेवाले कई स्थान यहां हैं।मध्यप्रदेश को ऐतिहासिक विरासत प्राप्त है अतः यहां के दर्शनीय स्थल मुख्यत: तालाब,झीलें, मंदिर इत्यादि हैं, जिन्हें यहां के विभिन्न शासकों द्वारा बनवाया गया था।

ये बैनर, ये पोस्टर, ये कटआउट्स की दुनिया…

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मैं और मेरा माली अक्सर ये बातें करते हैं, ये बैनर न होते तो कैसा होता, ये पोस्टर न होते तो कैसा होता...। अरे,अरे! कहीं आप यह तो नहीं सोच रहे हैं कि मैं जावेद साहब की रचना को तोड़ने‡मरोड़ने की कोशिश कर रहा हूं। नहीं जी ! मेरी इतनी हिम्मत कहां।

रद्दी में से टिकाऊ

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आदमी ने अभी तक बहुत सारे आविष्कार किये हैं। इन सभी आविष्कारों में से पिछली दो सदियों में हुए आविष्कारों ने मानव जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है।

वृन्दावन में आयी फूल बंगलों की बहार

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मन्दिर हो या कोई उत्सव अथवा शादी‡ब्याह, फूलों का श्रंगार हर जगह की शान है। श्रंगार में तरह‡तरह के फूलों का अलग‡अलग महत्व होता है। फूल श्रंगार में चार चांद लगा देते हैं।

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