बदलती संस्कृति
सूर्य अस्ताचल की ओर प्रस्थान कर चुका था। गोबरा बैल ढील कर पगडंडी पर आ चुका था। अकस्मात वेगवती हवा बहने लगी। आकाश में काले और सफेद बादल घिरने लगे।
सूर्य अस्ताचल की ओर प्रस्थान कर चुका था। गोबरा बैल ढील कर पगडंडी पर आ चुका था। अकस्मात वेगवती हवा बहने लगी। आकाश में काले और सफेद बादल घिरने लगे।
हिंदी फिल्मों की सफलता में गीतों की महती भूमिका रही है। गीत अब भी होते हैं लेकिन उनमें वह माधुर्य, वह कशिश नहीं होती। गत शताब्दी के तीसरे दशक में, जब सवाक फिल्मों का युग आरम्भ हुआ, तब से लेकर साठ-सत्तर के दशक तक फिल्मों के प्राय: सभी गाने सदाबहार होते थे, क्योंकि उनकी धुनें मधुर और कर्णप्रिय होती थीं। गीतकार शब्दों से जो शानदार ढांचा तैयार करते थे, संगीतकार उसमें जान डाल देते थे।
प्रवाह के विरुद्ध जब कोई घटना होती है, तो उसका असर बहुत ज्यादा होता है। प्रधानमन्त्री डेविड कैमरून ने अमृतसर के जलियावाला बाग में हुए नरसंहार को शर्मनाक बताकर सभी को चौका दिया।
भारत की दुरावस्था का कारण और निदान स्वामी जी की दृष्टि में- स्वामी विवेकानंद जी की मान्यता थी की भारतीय जीवन दर्शन दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। इतने श्रेष्ठ जीवन दर्शन के बाद भी सामाजिक विषमता की खाई देखकर उन्हें गहन वेदना होती थी।
यदि कोई पूछे कि भारतीय संस्कृति की परिभाषा क्या है, तो नि:संकोच कहा जा सकता है कि राम का उदात्त चरित्र ही भारतीयता है। राम कथा का आदि स्त्रोत है वाल्मीकि रामायण।
संस्कृति और धर्म के चिन्तन में मनुष्य उसका केन्द्र्र बिन्दु होता है। प्रश्न उठता है कि मनुष्य कौन है? कहां से आया है? मनुष्य को जीवन क्यों जीना है? वे कौन से आधार स्तम्भ हैं, जिन पर मनुष्य का अस्तित्व टिका हुआ है? मनुष्य का सुख क्या है? वह उसे कैसे प्राप्त होता है?
भारतीय फिल्मों के कल और आज दोनों को अगर एक साथ देखें तो यह ज्ञात होगा कि फिल्मी दर्शकों की सोच मे बदलाव आया है। पहले फिल्में दमदार पटकथा पर चला करती थीं पर अब कमाई महत्वपूर्ण हो गयी है।
दूसरे महायुद्ध के बाद स्वतन्त्र हुए नये देशों ने जाति, धर्म, वंश, रंग और लिंग जैसे कृत्रिम मुद्दों से ऊपर उठकर अपने देश के नागरिकों के बहुआयामी विकास को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को स्वीकार किया, पर दुख की बात यह है कि ये सभी नये देश अपने देश के नागरिकों को विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के हितों की रक्षा करने के दायित्व को सम्भालने में पूरी तरह से असफल रहे हैं।
भारत वर्ष में यह कानूनन अनिवार्य है कि हर वर्ष आय और व्यय का एक बजट बनाया जाये और उसके अनुरूप वर्ष भर काम किया जाये। हम सब भी अपने-अपने परिवार में बजट बनाते हैं।
आधुनिक भारतीय समाज में जितनी भी महान विभूतियां हुई हैं, उनमें डॉ. अम्बेडकर अग्रगण्य हैं। उन्होंने दलित समाज के उद्धार के लिए अपनी अलौकिक प्रतिभा और अदम्य पराक्रम का उपयोग किया।
तकनीक आज हर उद्योग का अविभाज्य अंग बन चुकी है। यह निम्न लिखित तरीकों से उद्योगों को मदद करती है।
अपनी सरकार ने नए एंटी रेप कानून ड्राफ्ट तैयार किया है। उस ड्राफ्ट में जो बातें मौजूद हैैं, वे इस प्रकार हैं। लड़की को 14 सेंकेंड तक घूरने पर गैर जमानती अपराध दर्ज होगा।