तेजस्वी व्यक्तित्व, कुशल संगठक रज्जू भैया

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक रज्जू भैया ने अपने जीवनकाल में ही अगला सरसंघचालक चुनने की परम्परा शुरू की, जो संघ में अनवरत जारी है। साथ ही, वे पहले सरसंघचालक थे जिन्होंने विदेशों का दौरा भी किया। कुल मिलाकर उन्होंने एक योगी की भांति जीवन जिया।

दुनिया का सबसे शक्तिशाली भारतीय गणतंत्र

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का बढ़ता कद केवल भारत के लिए ही हितकारी नहीं है, बल्कि विश्व कल्याण के लिए भी शुभ संकेत है इसलिए विश्व के अधिकतर छोटे-बड़े राष्ट्रों को लगने लगा है कि वैश्विक शांति की राह भी भारत से होकर ही जाएगी। अब समय आ गया है कि भारत इस मौके का कूटनीतिक उपयोग करे तथा संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यता की सुगम राह बनाने का प्रभावी प्रयास करें।

डेटिंग ऐप प्यार धोखा खतरा

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इस राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हम सबको यह प्रण लेना चाहिए कि हम अपनी बहन-बेटियों को डेटिंग ऐप्स और लव जिहाद के चंगुल से बचाने की दिशा में सार्थक प्रयास करें। वरना वह समय दूर नहीं जब हर शहर में श्रद्धाएं टुकड़े हो रही होंगी और हमारे पास आंसू बहाने…

स्वस्थ लोकतंत्र सतत जागरूकता आवश्यक

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लोकतंत्र की विशेषता है कि, यहां सिर काटकर नहीं बल्कि उन्हें गिनकर सत्ता प्राप्त की जाती है। हर नागरिक के पास निश्चित अंतराल पर मौका आता है कि वह सही काम न करने वालों को हटाकर अपने मन का उम्मीदवार सामने लाए। इसलिए समय-समय पर नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा की जानी चाहिए ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहें।

सनातन और विदेशी विचारों के बीच संघर्ष

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विदेशी भूमि पर उपजे ईस्लामिक, ईसाई, मार्क्सवादी संस्कृति- सभ्यता, एवं विचारधारा में सहअस्तित्व की कल्पना नहीं है, मान्यता नहीं है। सर्वसमावेशक, विविधतापूर्ण समाज वह चाहते ही नहीं है इसलिए वे सदैव असहिष्णु रहते हैं और अपने विरोधियों से संघर्ष करते रहते हैं जबकि भारत की सनातन विचारधारा सहिष्णुता, विविधता, सर्वसमावेशकता एवं समरसता में विश्वास रखती है।

ईसाई बहुल राज्यों में बढ़ रहा भाजपा का प्रभाव

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पूर्वोत्तर के राज्यों में किसी समय भाजपा का जनाधार न के बराबर था पर नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने तथा उनकी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के कारण वहां भाजपा बहुत तेजी से अपने पांव मजबूत कर रही है। उम्मीद है कि मार्च में होने जा रहे चुनावों में भाजपा और मजबूत पकड़ बनाएगी।

वामपंथी हताशा का प्रतीक जेएनयू

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देशभर में वामपंथी विचारधारा के पतन की वजह से जेएनयू का वामपंथी गैंग बौखला गया है। उनमें निराशा का भाव जाग गया है इसलिए एक बार फिर जातिवादी नारों के माध्यम से वे समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं, परंतु अब समाज उनकी चालाकियां समझ चुका है।

मातृत्व का आदर्श जीजाबाई

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राजमाता जीजाबाई का जीवन भारतवर्ष ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणास्पद है। उन्होंने अपने कर्तृत्व के माध्यम से सिद्ध कर दिया कि समाज की उन्नति के लिए अपनी संतति को सामने लाकर समाज को जाग्रत किया जाना पूर्ण सम्भव है। उन्होंने अपने जीवन काल में हिंदवी स्वराज की…

भितरघात से उबरे भाजपा

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हिमाचल प्रदेश की हार से भाजपा को चेत जाना चाहिए कि यदि चुनाव जीतने हैं तो पार्टी के जुझारू और जमीनी कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलना चाहिए। नेताओं के आपसी सिर फुटौव्वल को रोकने के लिए हाईकमान को सार्थक कदम उठाने चाहिए तथा अनुभवी नेताओं को सम्मान मिलना चाहिए।

चीन में कोरोना की सुनामी

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तीन साल के प्रतिबंधों में ढिलाई के बाद चीन में कोविड के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका तात्पर्य है कि वहां सारे मामलों में केवल लीपापोती हुई परंतु समूचे विश्व को एक बार फिर सचेत हो जाने की आवश्यकता है, ताकि एक बार फिर उस कहर से बचा सके। भारत को उस पर खास ध्यान देने की आवश्यकता है। सरकार ने अपने स्तर पर प्रयास शुरू कर दिया है। जनता को भी सावधानी बरतनी चाहिए।

भोर का उजाला

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वरांडे में बैठी रिमझिम फुहार का आनंद लेते हुए श्रुति चाय की चुस्कियां ले रही थी। उसकी मधुर स्मृतियों में अमित के साथ बिताए स्कूल, कॉलेज दिन फिल्म की तरह उभर आए थे। स्कूल से ही उनकी मित्रता चल रही थी। उन दोनों की आपस में बहुत लड़ाइयां होती थीं।…

असत्यमेव जयते…? भारतीय इतिहास में अध्यारोपित भ्रांतियां

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भारत शायद दुनिया का एकमात्र ऐसा देश होगा जिसका प्राचीन, गौरवशाली इतिहास भ्रामक और गैर तरीके से प्रस्तुत किया गया है। अलग-अलग समय में अलग-अलग शक्तियों ने अपने-अपने कारणों से यह कार्य निरंतर किया है। हालांकि, जब से उनके हित एक-दूसरे के साथ मिले हुए हैं, ये भ्रामक कथाएं पिछले 200 वर्षों से बेरोकटोक जारी हैं।

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