*****रेखा बैजल***** लेना न लेना अपने वश में नहीं होता। हमारे हाथों जो कृति होती है उसका वह अटल परिणाम...
मेरे स्वर्गीय पिता श्री शिवनाथ मिश्र न्यायाधीश तो थे ही, जिन्होंने १९३६ से १९५६ तक मध्य प्रांत और विदर्भ को,...
आपके लिए संगीत क्या है?सबकुछ। संगीत मेरा ही एक हिस्सा है, मेरा ही एक अंग है, मेरा साथी है। जिस...
‘हिंदी विवेक’ का यह संगीतमय दीपावली विशेषांक रसिक पाठकों के हाथ में देते हुए हमें हार्दिक प्रसन्नता हो रही है।...
रेडियो; बीते कल का हो, आज का, उसका आधार, उसके कार्यक्रमों की धुरी भारतीय फिल्म संगीत और उससे जुड़ी हस्तियां...
कलाकार के चेहरे से जब रंग उतर जाता है तब यथार्थ आगे आ जाता है। उसका सामना करने का साहस...
मेरे जीवन में आए बदलाव में ‘इस्कॉन’ संगीत का अत्यंत मौलिक योगदान है। संगीत ध्यान है। साथ ही जीवन को...
संगीत ईश्वर का दिया हुआ एक ऐसा दिव्य उपहार, एक ऐसा वरदान है जिसके माध्यम से इस भव जगत को...
“नई पीढ़ी को शास्त्रीय संगीत समझने में भी कुछ समय लगेगा। जो अच्छा और मौलिक होगा वह जरूर टिका रहेगा।...
स्वर, लय और ताल के साथ शब्दों के स्वरों की अदायगी की अनुभूति केवल भावों द्वारा ही स्पष्ट होती है।...
खां साहब पल भर के लिए भी स्वर संवेदन नहीं बिसरे थे जिसकी अनुभूति कई बार श्रोताओं ने अनुभव की...
नाट्य संगीत में प्रयुक्त पद शास्त्रीय संगीत पर एवं शास्त्रों को ध्यान में रखकर ही प्रयुक्त किए जाते हैं। इसी...
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