आनंदवन के सृजन में बाबा आमटे की कर्मनिष्ठा का योगदान तो है ही; लेकिन उनकी पत्नी साधनाताई के मातृत्व का...
वेदों मेें मां और उसके शिशु के संबंध के विषय में कई पहलुओं से वर्णन किया गया है। केवल जन्म...
छत्रपति शिवाजी महाराज की मां जिजाबाई महाराज की मां ही नहीं; पिता और गुरु भी थी। जो स्वराज्य महाराज ने...
साध्वी ॠतंभरा प्रत्यक्ष में समाज जीवन की ‘दीदी मां’ कहलाती हैं। धार्मिक क्षेत्र के अलावा सामाजिक क्षेत्र में भी उनका...
कई सारी असामान्य बातों के वरदहस्त के साथ ही मेरा जन्म हुआ। जबसे समझ आई, तभी से यह भी समझ...
उदात्त, महन्मंगल मातृसंकल्पना का धनी एकमेव देश विश्व में है- वह है अपना भारत। स्वातंत्र्यवीर सावरकर जी ने स्वतंत्रता देवी...
भारतीय संस्कृति में दान की संकल्पना अति प्राचीन है। समाज व्यवस्था में इसे आदरणीय दृष्टि से देखा जाता है। दान...
लेखक शिवानंद पांडुरंग खेडकर प्रसिद्ध चित्रकार हैं। बचपन से ही चित्रकला उनका प्रिय विषय था। उन्होंने चित्रकला में 5 वर्षीय...
‘क्या हुआ? बच्ची रो रही थी। वुडवर्ड दे दो; वही तो मैं तुम्हें देती थी, जब तुम छोटी थी।’ पढ़कर...
यह बात सन 1969-70 की है। तब मेरी उम्र 12-13 वर्ष रही होगी। मेरी दादी मां का निधन हुआ था।...
मां के दूध को अमृत की संज्ञा दी गई है। अमृत! जिसे पीकर इंसान अजरामर हो जाता है। मां के...
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