फिल्मी चुनाव

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इसीलिए मैंने आम आदमी की तरह समाजकंटक समझ कर हिकारत से देखे जाने वाले वाले लोगों के भी वोट प्राप्त किए। मैं गुंडों का समर्थन करता हूं यह आरोप विरोधी मुझ पर करते हैं। लेकिन अपराधी भी मतदाता हैं। मैं उनकी सुरक्षा और उनके भविष्य के बारे में सोचता हूं इसे गलत कैसे कहा जा सकता है?’

महायुति से समीकरण बदलेंगे

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महाराष्ट्र की दस महाफालिकाओं और सत्ताइस जिला फरिषदों के चुनाव फरवरी में होने वाले हैं। चुनाव आयोग के द्वारा यह घोषणा होते ही सभी राजनैतिक दलों में हलचल शुरू हो गयी है।

उत्तर प्रदेश में जातिगत समीकरण ही अहम

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आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा प्रदेश होने के नाते, लोकसभा में 80 और राज्यसभा में 39 सांसद उत्तर प्रदेश से जाते रहे हैं, और हमेशा उसकी खनक केन्द्र की सत्ता में दिखी है। देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री इसी राज्य ने दिये हैं।

काश! भ्रष्टाचार चुनावी मुद्दा बन जाता…

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पांच राज्यों में होने वाले चुनावों में कौन जीतता है, यह निश्चित रुप से महत्वपूर्ण है, लेकिन इससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि वे कौन से मुद्दे हैं जो इन चुनावों के परिणामों को प्रभावित करेंगे।

कला रंग सौन्दर्य के फुजारी हैं रामजी शर्मा

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अगर सिद्धार्थ आधी रात को अर्फेाी सोती हुई फत्नी और फुत्र को छोड़ कर वन न गये होते तो वे गौतम बुद्ध नहीं बन सके होते। यही बात लागू होती है चित्रकार रामजी शर्मा फर, जो विवाह के सिर्फ छह माह बाद ही अर्फेाी सद्य: ब्याहता फत्नी को छोड़ कर मुंबई भाग आये।

ईमानदारी से ही उद्योग किया जा सकता है

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नौकरी जैसा सुरक्षित और लगातार कमाई की गारंटी देनेवाला पर्याय न चुनकर उद्योग-व्यवसाय क्यों करें? ऐसा प्रश्न मुझसे अनेक बार पूछा जाता है।

अर्थव्यवस्था के लिये बेहतर वर्ष

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मुद्रा और मण्डी की स्थिति नया संवत्सर शुरु होने के बाद भी सुधरी नहीं है। जनवरी में यूरोपकी स्थिति उतनी डांवाडोल नहीं थी और अमेरिका भी धीरे-धीरे मंदी के दायरे से बाहर आ रहा है।

दु:ख मुक्ति: तथागत, विवेकानन्द और बोधिसत्व

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हमारे देश में एक महान व्यक्ति, भगवान गौतम बुद्ध हुए थे। उनका कार्य इतना महान एवं बड़ा था कि उन्हें ईश्वर का अवतार माना जाता है। आश्चर्य की बात यह है कि स्वयं भगवान गौतम बुद्ध ने ईश्वर के अस्तित्व को अस्वीकार किया है।

श्री चेरिटेबल ट्रस्ट कि भगीरथ सेवा

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इन फंक्तियों को चरितार्थ करते हुए फिछले चार वर्षों से श्री चैरिटेबल ट्रस्ट समाज के विभिन्न ग्रामीण और शैक्षणिक क्षेत्रों में कार्य कर रहा है एवं वृक्षारोफण संवर्धन करने का कार्य भी कर रहा है। ट्रस्ट के उफक्रम और उनकी आगामी योजनाओं के बारे में जानकारी फ्रापत करने के लिये हमारे फ्रतिनिधि अजय कोतवड़ेकर ने ट्रस्ट के मार्गदर्शक एस. वी. गोगटे से बातचीत की। प्रस्तुत है उसके महत्वपूर्ण अंश‡

जल शुध्दिकरण ‘सी टेक’ से

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केवल पानी का संरक्षण ही नहीं बल्कि उसका पुन: उपयोग करना ही पानी की समस्या का हल हो सकता है। एसएफसी एनवायरमेंटल टेक्नालाजी प्रा. लि. कम्पनी विगत् पांच-छ: वर्षों से ण्-ऊाम्प् (सी-टेक) जैसी अत्याधुनिक तकनीक की मदद से इसी उद्देश्य को लेकर कार्य कर रही है। इस तकनीक और कम्पनी को मिल रही लोकप्रियता पर कम्पनी के निदेशक संदीप आसोलकर के साथ ‘हिंदी विवेक’ की बातचीत के महत्वपूर्ण अंश।

जीव एवं पर्मावरण रक्षक संस्था मसमस्त महाजनफ

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गुजरात की प्रसिध्द सामाजिक सांस्कृतिक संस्था मसमस्त महाजनफ ने सामाजिक, सांस्कृतिक और मूल्याधारित शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है। जीवदया और गोसेवा के क्षेत्र में संस्था का अतुल्य काम है। संस्था के कार्यों पर संस्थापक योगेश शाह से हुई भेंटवार्ता के कुछ महत्वपूर्ण अंश पेश हैं-

घनकचरे का निपटारा ‘इंटरजियो’ प्रणाली से

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पूरे देश में खास कर शहरों और महानगरों में घनकचरे का प्रबंध एक बड़ी समस्या है। सब से बड़ी दिक्कत तो हमारे यहां आने वाला कचरा मिश्र होता है, जिसमें प्लास्टिक से लेकर कागज तक सब कुछ होता है।

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