त्रिगुनरूप भगवान दत्तात्रय
गीता के इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति समर्पण भाव से मेरे पास आता है, मैं उसे भयमुक्त करता हूं और हमेशा उसकी रक्षा करता हूं। भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिये और कालानुरूप अवतार लेते है।
गीता के इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति समर्पण भाव से मेरे पास आता है, मैं उसे भयमुक्त करता हूं और हमेशा उसकी रक्षा करता हूं। भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिये और कालानुरूप अवतार लेते है।
भारतीय पारिवारिक व्यवस्था में दामाद को काफी सम्मान दिया जाता है। ससुराल में सास से लेकर साले तक सभी उसकी मिजाजपुर्शी में लगे रहते हैं। वैसे इन दिनों जिस दामाद की देश-विदेश में बड़ी चर्चा है, वे हैं कांग्रेस के दामाद अर्थात यूपीए की राजमाता सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा।
मैं ठहरा सीधा सरल गंवई इन्सान। थिंक और थिंकिंग से मेरा पूर्व जन्म में भी कोई संबंध नहीं रहा; पर कभी-कभी हालत सांप-छछूंदर जैसी हो जाती है। अर्थात न निगलते बने और न उगलते। परसों भी ऐसा ही हुआ।
जो तिथि फर नहीं आता वह अतिथि कहलाता है। भरतफुर के मेहमान इस बार वाकई अतिथि हैं। कई तिथि से फहले ही आ फहुंचे हैं और अन्य कई आ रहे हैं। भारी संख्या में आ रहे हैं। फिछले एक दशक के बाद फहली बार ऐसा हुआ है।
भारत का मुकुट बने हिमाचल प्रदेश में सत्ता का मुकुट किसके सिर पर चमकेगा, इसका निर्णय प्रदेश की जनता कर चुकी है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव जिन कारकों पर निर्धारित होगा, उनमें मुख्यधारा, राजनीतिक दलों की स्थिति का समावेश है। सत्ताधारी दल की कारगुजारियों का भी चुनाव परिणाम पर असर पड़ेगा।
एक व्यंग्यचित्रकार, फिर मुंबई जैसे विविध संस्कृतिवाले शहर का राजकीय नेता, इसके बाद महाराष्ट्र राज्य पर शासन करने वाले दल का प्रमुख, और अब एक अखिल भारतीय स्तर के दल का प्रमुख नेता और राजकीय प्रणेता। यह सफर तय करनेवाले व्यक्ति का नाम है- बाल केशव ठाकरे अर्थात बाला साहब ठाकरे।
शहीद हुतात्मा आदि शब्दों को सुनते ही मन में रोमांच की लहर दौड जाती है। फ्राचीन इतिहास हो, विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध लड़ाई हो, स्वतंत्रता संग्राम हो या फिर देश फर लादा गया युद्ध हो, हर बार देश की, समाज की, रक्षा करने के लिये स्वयं के फ्राणों की आहुति देनेवाले वीरों के चेहरे सामने आने लगते हैं ।
नरेन्द्र भाई मोदी ने गुजरात चुनवों के संदर्भ में कहा था कि,‘‘20 दिसंबर को हम फिर से दीवाली मनायेंगे।’’ इसका अर्थ है कि नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में गुजरात में फिर से भाजफा की जीत होगी। चुनाव में उतरनेवाला फ्रत्येक दल अपनी जीत की ही घोषणा करता है, कोई भी हारने की बात नहीं करता। हारनेवाली कांग्रेस भी जीत की ही घोषणा करती है।
‘राष्ट्रगुरु समर्थ रामदास और छत्रपति शिवाजी महाराज’ मराठी के जाने माने लेखक, वक्ता, आध्यात्मिक चिंतक श्री सुनीलजी चिंचोलकर की बहुचर्चित एवं सम्मानित पुस्तक ‘चिंता करितो विश्वाची’ का हिंदी अनुवाद जबलपुर के समर्थ भक्त श्री सुरेश तोपखानेवाले ने किया है, जो कि हिंदी भाषियों के लिए अनुपम उपहार है।
नामक संस्था के द्वारा उत्तर पूर्व में भारत की एकता को कायम रखनेे के लिये किये प्रयासों के लिये नाबाम अतुम को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने उत्तर-पूर्व के विषय में चिंता दर्शाते हुए निम्न विचार व्यक्त किये।
‘शिक्षा’ के द्वारा आज तक मानव का सांसाारिक और व्यक्तिगत उत्थान ही हुआ है, फरंतु यही शिक्षा फाकिस्तान में मृत्यु और मानवीय संवेदनाओं के फतन का कारण बन रही है।
विकलांगता कोई मांगता नहीं, किस को किस प्रकार की विकलांगता आएगी यह बात जन्म से पहले नहीं कही जा सकती। अगर कोई बच्चा विकलांगता लेकर जन्म लेता है, तो उसके माता-पिता, परिजनों, रिश्तेदारों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।