सहसा एक दिन
पहले-पहल बच्चों के मज़े लग गए। उन्हें पढ़ाई-लिखाई से ़फुर्सत मिल गई। उन्हें लगा जैसे वे सारा नज़ारा हरे रंग का चश्मा लगा कर देख रहे हों। मांएं बच्चों को हरे रंग का दूध पिला रही थीं। चॉकलेट का रंग केवल हरा नज़र आ रहा था। हरे रंग में रंगे कौवे, नीचे उड़ती हरे रंग की चीलों को सता रहे थे। हरे रंग की कोयल जैसे हरियाली के पक्ष में गीत गा रही थी।