मध्य प्रदेश के पांच पर्यटन खजाने

Continue Readingमध्य प्रदेश के पांच पर्यटन खजाने

मध्य प्रदेश में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो अपना प्राकृतिक सौंदर्य बिखेरते हैं। यहां पर कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जिसकी जानकारी पर्यटकों को नहीं थी, लेकिन पर्यटन विभाग ने उन गुमनाम जगहों को विकसित किया। इन स्थानों की ऐतिहासिक उपलब्धि, मनोरम छटा देखकर पर्यटक रोमांचित हो उठते हैं।

आध्यात्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र

Continue Readingआध्यात्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र

धर्म और अध्यात्म का अनूठा संगम है अयोध्या। श्रीरामलला के मंदिर का कपाट खुलते ही अयोध्या पर्यटन का एक मुख्य केंद्र भी बन जाएगा। देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक भगवान श्रीराम के दर्शन कर प्राकृतिक सौंदर्य बिखेरते अयोध्या घूमेंगे।

भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का अमृत काल

Continue Readingभारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का अमृत काल

राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण गर्व का क्षण है, लेकिन इन क्षणों में इस पर भी विचार किया जाना चाहिए कि हिंदू समाज को किन कारणों से विदेशी हमलावरों के अत्याचार और उनकी गुलामी का सामना करना पड़ा. निस्संदेह हिंदू समाज के एकजुट न होने के कारण विदेशी हमलावरों ने फायदा उठाया. यह स्वीकार किया जाना चाहिए कि भेदभाव और छुआछूत हिंदू समाज को कमजोर करने का एक बड़ा कारण बना। अब जब समाज के हर तबके को अपनाने वाले भगवान राम के नाम का मंदिर बनने जा रहा है तब सभी का यह दायित्व बनता है कि वे पूरे हिंदू समाज को जोड़ने और उनके बीच की बची-खुची कुरीतियों को खत्म करने पर विशेष ध्यान दें। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अयोध्या एक ऐसा केंद्र बने जो भारतीय समाज को आदर्श रूप में स्थापित करने में सहायक बने।

हर घर अयोध्या बने

Continue Readingहर घर अयोध्या बने

हर मनुष्य में रामत्व होना चाहिए। हर घर में रामराज्य होना चाहिए। संतुलित जीवन, उचित आहार, उचित शिक्षा, संस्कारित दिनचर्या, सकारात्मक विचार और कुशल जीवन शैली को अपने जीवन में उतारना चाहिए। आने वाली पीढ़ी को यह मार्ग वर्तमान पीढ़ी ही दिखा सकती हैं तभी रामराज्य का संकल्प सार्थक होगा।

रामराज्य की संकल्पना

Continue Readingरामराज्य की संकल्पना

‘दैहिक दैविक भौतिक तापा, रामराज नहिं काहुहि ब्यापा’ श्रीराम आदर्श पुरुष थे। राम राज्य में न कोई अल्पायु था और न वहां की प्रजा दरिद्र ही थी। सभी प्राणियों में संतोष का भाव था। एक सुंदर और नीतिगत जीवन, आदर्श व्यवहार, धर्म की रक्षा, राजा और प्रजा दोनों करते थे।

आदर्श लोक तंत्र को समर्पित श्रीराम

Continue Readingआदर्श लोक तंत्र को समर्पित श्रीराम

श्रीराम आदर्श हैं तो रामायण हमारी संस्कृति है। जीवन के पथ पर इनके आदर्शों का अनुकरण ही हमारा मार्गदर्शन करते हैं जो बताते हैं कि एक पिता, पति, भाई, सखा और राजा के रुप में मानवीय आचरण और व्यवहार कैसा होना चाहिए। रामायण के पन्नों को पलट कर देखें तो राजा होने के पश्चात भी राम मन-वचन-कर्म से लोकतांत्रिक थे।  

दिव्य आदर्श का भव्य मंदिर

Continue Readingदिव्य आदर्श का भव्य मंदिर

अयोध्या पुन: अपने अलौकिक स्वरूप को प्राप्त करने जा रही है, भगवान श्रीराम पुन: अपने मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं, भारत का आदर्श पुन: प्रस्थापित होने जा रहा है, अब भारतवासियों का यह कर्तव्य है कि इस आदर्श का हमेशा चिंतन करें और उसे अपने जीवन का अंग बनाकर उसके अनुरूप चलने का पूर्ण प्रयत्न करें।

तटीय पर्यटन है गोवा की शान

Continue Readingतटीय पर्यटन है गोवा की शान

गोवा अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व विख्यात है। यहां आनेवाले देशी-विदेशी पर्यटक यहां की मनमोहक छटा को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते है। गोवा अपने समुद्री तट के लिए विख्यात है।गोवा में पर्यटक भीड़-भाड़ से दूर एकांत और शांत समुद्री लहरों का आनंद लेना चाहते हैं।

सरकार आपके द्वार

Continue Readingसरकार आपके द्वार

विकास का घोड़ा योजनाओं पर दौड़ा। जी हां गोवा के संदर्भ में यह पूरी तरह सटीक बैठती है। गोवा राज्य के विकास के लिए कई तरह की योजनाएं लागू की गई हैं। योजनाएं कागजों पर ही सीमित नहीं है बल्कि यह पूरी तरह से कार्यान्वित भी है। एमपीएलएडीएस हो, या फिर महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाएं हों, मछुआरों की नावों का आधुनिकीकरण हो या फिर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना या अन्य योजनाएं हों, सभी का लाभ लाभार्थियों को मिल रहा है। विकास की ताल पर सरकारी योजनाएं चल रही हैं।

आदर्श स्थापित करना मेरा लक्ष्य डॉ. प्रमोद सावंत – मुख्यमंत्री-गोवा

Continue Readingआदर्श स्थापित करना मेरा लक्ष्य डॉ. प्रमोद सावंत – मुख्यमंत्री-गोवा

गोवा राज्य की प्रतिमा अभी तक भोग-भूमि के रूप में की जा रही थी। वर्षों तक राजनैतिक उदासीनता के चलते गोवा का विकास कई रोडों में अटका रहा। परंतु आज उसे एक ऐसा नेतृत्व प्राप्त है, जिसके पास गोवा के विकास का स्पष्ट रोड मैप तैयार है। भविष्य का गोवा कैसा होना चाहिए, इसकी स्पष्ट संकल्पना उनके मस्तिष्क में तैयार है। गोवा के मुख्य मंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने अपने साक्षात्कार में उनकी गोवा के विकास के प्रति कटिबद्धता को स्पष्ट रूप से चिन्हित किया है।

इतिहास के पन्नों में गोवा

Continue Readingइतिहास के पन्नों में गोवा

स्कंद पुराण के अंतर्गत सहयाद्री खंड में गोवा के लिए गोराष्ट्र तथा गोमांत शब्द का उल्लेख किया गया है, वहीं नए पाषाण युग की मानव बस्तियों के अवशेष भी गोवा में मिले हैं। गोवा का इतिहास बहुत विस्तृत है। डालते है उसपर एक नजर।

भारतीय चष्मे से देखें गोवा

Continue Readingभारतीय चष्मे से देखें गोवा

कुल मिलाकर मुख्य मंत्री डॉ. प्रमोद सावंत का यह लक्ष्य साफ दिखाई देता है कि वे गोवा को उसके सम्पन्न इतिहास के साथ विकास के उच्च पायदान पर ले जाना चाहते हैं और अपनी तीव्र इच्छाशक्ति, कर्तव्यपरायणता तथा गति के कारण उसमें सफल भी हो रहे हैं। केंद्र की सरकार का भी उनको पूर्ण समर्थन मिल रहा है। वे स्वयं कई बार यह कह चुके हैं कि डबल इंजन सरकार होने के कारण गोवा प्रगति पथ दौड रहा है।

End of content

No more pages to load